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selection of animals/#castration of animal #dehorning

  पशुओं के चयन की विधियाँ पशुओं के चयन की 5 विधियों है, जो निम्न है 1. व्यक्तिगत चयन (Individual Selection ) 2. वंशावली या पारिवारिक चयन (Parental Selection ) 3 गुणांकन तालिका (Score card selection) 4.प्रदर्शन चयन ( Show ring selection)  5. संतति परीक्षण / आनुवांशिक / जिनोटाइप वरण (Progeny / Genetic / Genotype Selection ) 1. वैयक्तिक चयन (Individual Selection ) : > चयन की इस विधि में पशु के मात्रात्मक व गुणात्मक लक्षणों के आधार पर पशुओं चयन किया जाता है। 2. वंशावली या पारिवारिक चयन (Parental Selection) : > पशु के पूर्वजों का वंशावली अभिलेख देखकर, पशु का चयन किया जाता पशु चयन की इस विधि में कम उम्र के पशुओं का चयन किया जाता है 3. गुणांकन तालिका (Score card selection) : > पशुओं के चयन की सबसे उपयुक्त व सर्वश्रेष्ठ विधि है। > इस विधि में पशु के विभिन्न भागों के निर्धारित अंकों के आधार पर पशु का चयन करते है। पशु अंक निम्न प्रकार है : > डेयरी गुण :-  20 अंक > सामान्य  से 50 अंक वाला  पशु सर्वोतम श्रेणी :- 76 से 100 अंक वाला पशु सामान्य स्वरूप :- 30 अंक दुग्धम गुण:- 30 अंक 

#agriculture_scientist,, #agriculture_biochemistry

प्रमुख कृषि वैज्ञानिक 1.M.s स्वामीनाथन गेंहू विशेषज्ञ (गहू प्रजनन वैज्ञानिक) भारत में हरित क्रांति इन्ही के द्वारा लाई गई अतः इन्हे भारत में हरित क्रान्ति का जनक माना जाता है। इनको विश्व का पहला खाद्य पुरस्कार (1987 में) FAO द्वारा दिया गया। इनके द्वारा (2004) में राष्ट्रीय किसान आयोग की स्थापना की गई।  भारत में हरित क्रान्ति गेंहू व चावल की बौनी किस्मों के कारण 1966-67 में आई थी । 2. वर्गीज कुरियन ये श्वेत क्रांति के पितामह के नाम से जाने जाते है।  इन्होंने वर्ष 1970 – 96 तक तीन चरणों में ऑपरेशन फ्लड योजना चलाई। ये राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB)- आनन्द, गुजरात के प्रथम अध्यक्ष बने। इन्हें दूसरा विश्व खाद्य पुरस्कार 1989 में प्राप्त हुआ। अमृता पटेल NDDB- आनन्द गुजरात की प्रथम महिला चेयरमेन बनी।  3. डॉ. नॉरमन ई बोरलोग  ये विश्व में हरित क्रांति के पितामह के नाम से जाने जाते है। इन्हे 1970 में नॉबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। ये अमेरिकन व्हीट सांइटिस्ट थे, जो सिमिट, मैक्सिकों में कार्यरत थे। 4.डॉ. S.K. वशल - ये  मैक्सिको में मक्का के वैज्ञानिक है। तथा इनको क्वालिटी प्रोटीन मक्का (QPM) के

Father of Agriculture/ICAR/Agriculture Institute

Icar ओर father or agriculture * ICAR के अध्यक्ष केन्द्रीय कृषि मंत्री होता है वर्तमान में श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ICAR के अध्यक्ष है।  * ICAR का सर्वोच्च अधिकारी महानिदेशक (DG) होता है। ICAR के प्रथम DG डॉ. बी पी पाल 1965 में बने,   *वर्तमान मे महानिदेशक (DG) डॉ. त्रिलोचन महापात्र है। कथन- . सब कुछ इंतजार कर सकता है सिवाय कृषि के,  यह कथन प..जवाहरलाल नेहरू का था। (ACF exam-2021) ICAR द्वारा स्थापित संस्थानः 1. CAZRI - केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसन्धान संस्थान, जोधपुर, 1959 CSWRI- केन्द्रीय भेड एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान, अविकानगर, 2.केंद्रीय भेड़ एवम ऊन अनुसंधान केंद्र अविकानगर,टोंक. 1962 B. 2.रेपसीड एवं सरसों अनुसंधान निदेशालय, सेवर,  कृषि के विभिन्न पितामह 1.फॉदर ऑफ एग्रोनोमी-पीटर डी क्रेसेंजी 2.फॉदर ऑफ पेडोलॉजी...v.v डोकुचेव 3.फॉदर ऑफ गोल्डन रिवोल्युशन (सुनहरी क्रांति).Dr. K. L चड्डा 3.फॉदर ऑफ टिलेज ...जैथ्रोटुल 4.फॉदर ऑफ जीरो टिलेज  जी. बी. ट्रिप्लेट 5.फॉदर ऑफ ऑर्गेनिक फार्मिंग.... सर अल्बर्ट होवार्ड 6.फॉदर ऑफ सॉयल माइक्रो बायालोजी....S.N. विनोग्रेडस्की 7.कृषि रसायनिकी के पितामह...J.

Agriculture supervisor mango (आम)

राजस्थान रासायनिक उद्योग के प्रशन /Rajasthan GK question

◾ राजस्थान स्टेट केमिकल्स वर्क्स लि. डीडवाना ( नागौर ) मे  है ।   ◾ जैव उर्वरक खाद कारखाना भरतपुर में है । यह राजस्थान का प्रथम जैव उर्वरक कारखाना है ।   ◾ श्रीराम फर्टिलाइजर्स कोटा में स्थापित किया गया है। यह निजी क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है ।   ◾ देवारी ( उदयपुर ) के जिंक स्मेल्टर से रासायनिक खाद का उत्पादन किया जा रहा है    ◾ खेतडी कॉपर प्रोजेक्ट के अंतर्गत भी रासायनिक खाद का उत्पादन किया जा रहा है    ◾ गडेपान ( कोटा ) में भी रासायनिक खाद बनाने के संयंत्र की स्थानापना की गई है ।   ◾ ज्योति ट्रिपल खाद कारखाना  खेतडी ( झुंझुनूं) में स्थापित किया गया ।   ◾ सल्फ्यूरिक एसिड प्लांट अलवर में स्थापित किया गया है    ◾ शुष्क अमोनिया सल्फेट उर्वरक संयंत्र चितौडगढ में स्थापित किया गया है ।   ◾ चम्बल फर्टिलाइजर्स एण्ड केमिकल इण्डस्ट्रीज यह गडेपान कोटा में स्थापित किया गया हैं ।   ◾ यह निजी क्षेत्र का देश का सबसे बड़ा रासायनिक खाद कारखाना है ।   ◾ दी राजस्थान एक्सप्लोसिव एण्ड केमिकल लि.  कारखाना धौलपुर में स्थापित किया गया है    ◾ मोदी एल्केलाइन एण्ड केमिकल लि. उद्योग अलवर में

आभूषण से समंधित प्रश्न । Rajasthan gk/ Rajasthan ke aabhushan

➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ 💠 सिर के आभूषण 1.शीशफूल 2. रखडी (राखड़ी) 3. बोर 4. टिकड़ा 5. मेमन्द 💠 माथा/ मस्तक के आभूषण 1. बोरला 2. टीका 3. मांग टीका 4. दामिनी 5. सांकली 6. फीणी 7. टिडी भलको 8. बिन्दी 💠 नाक के आभूषण 1. बेसरि / बसेरी 2. नथ 3. चोप 4. लोंग 5. चूनी 6. लटकन 7. वारी 8. नथ 💠 कान के आभूषण 1. झुमका 2. टाॅप्स 3. कर्णफूल 4. सुरलिया 5. भूचारिया 6. टोटी 7. पाटी सूलिया 8. बाली 9. ओगणिया 10. मोरफवर 11. मुरकी 💠 दांत के आभूषण 1. रखन 2. चूप 💠 गले के आभूषण 1. झालर 2. कंठी 3. मटरमाला 4. ठूस्सी 5. मोहरण 6. चम्पाकली 7. हालरो 8. हंसली 9. पंचलड़ी 10. तिमणिया 11. तुलसी 12. पोत 13. मोहनमाला 14. चंदनहार 15. मादलिया 16. बजंटी 17. मंडली 18. हंसहार 19. हमलो 20. खुंगाल्ली 21. बलेवड़ा 22. हांकर 23. सरी 24. कंठमाला 💠 कलाई /हाथ के आभूषण 1. गजरा 2. गोखरू 3. चूडियां 4. चूडा 5. हथफूल 6. बगडी 7. पूचियों 8. पाटला 9. कंगन 10. छल्ला 11. कड़ा 12. कंकण 13. भोकड़ी 💠 अंगुली के आभूषण 1. दामणा 2. हथपान 3. छडा 4. बीदिया 5. अंगुठी 6. बींठी 7. मूंदड़ी 8. कुडक 9. नथड़ी/ भंवरकडी 💠 बाजू के आभूषण 1. बाजू 2. बाजूबंद 3. भुजबंध

राजस्थान की प्रमुख छतरियां /Rajsthan ki chatariya

1) गैटोर की छतरियां यह छतरीनाहरगढ़ (जयपुर) में स्थित है। ये कछवाहा शासको की छतरियां है।  यहां पर जयसिंह द्वितीय से मानसिंह द्वितीय की छतरियां ह (2) बड़ा बाग की छतरियां यह छतरी जैसलमेर में स्थित है। यहां पर भाटी शासकों की छतरियां स्थित है। (3) क्षारबाग की छतरियां यह छतरी कोटा में स्थित है। यहां पर हाड़ा शासकों की छतरियां स्थित है। (4) देवकु ण्ड की छतरियां यह छतरी रिड़मलसर (बीकानेर) में स्थित है। यहां पर राव बीकाजी व रायसिंह की छतरियां प्रसिद्ध है। (5) छात्र विलास की छतरी  यह कोटा में स्थित है। (6) केसर बाग की छतरी यह छतरी बूंदी में स्थित है। (7) जसवंत थड़ा यह छतरी जोधपुर में स्थित है। यहां पर सरदार सिंह द्वारा निर्मित है। (8) रैदास की छतरी यह छतरी चित्तौड़गढ में स्थित है। (9) गोपाल सिंह यादव की छतरी यह छतरी करौली में स्थित है। (10) 08 खम्भों की छतरी यह छतरी बांडोली (उदयपुर) में स्थित है। यह वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की छतरी है। (11) 32 खम्भो की छातरी यह छतरी राजस्थान में दो स्थानों पर 32-32 खम्भों की छतरियां है। मांडल गढ (भीलवाड़ा) में स्थित 32 खम्भों की छतरी का संबंध जगन्नाथ